स्कूल प्रिंसिपल संदेश

डॉ अनूप शुक्ला

केन्द्रीय विद्यालय औरंगाबाद, बिहार के बेव स्थल में आपका स्वागत है। केन्द्रीय विद्यालय का उद्देश्य ख़ासकर गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए है। बच्चों में अव्यक्त विकसित करने के लिए, पता लगाने और सीखने की ललक को बच्चो मे पैदा करने, प्रोत्साहित करने, तथा खेल-खेल मे सीखाने की कला को विकसित करना है। बच्चों के चेहरों पर मुस्कान को बनाए रखने के लिए, उनके ऊर्जा स्त्रोतों को बनाए रखने के लिए, एवं चरित्र, देश और दुनिया के बीच सुंदर सामान्यजस बनाए रखना है।
बच्चे की मन को देखने के लिए, कुछ भी नया करने के लिए, उसे नई खोज और नया कुछ भी जानने के लिए जागृत करना है। पाठ्यसामग्री पूर्व-प्राथमिक स्तर से हि जुड़ा हुआ है और बारीकी से इस निगरानी करता है कि छात्रों मे शैक्षनिक कौशल विकसित करना और धीरे-धीरे ज्ञान का विस्तार करने के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करना है।
शैक्षनिक प्रौद्योगिकी जीवन के सभी क्षेत्रों मे समावेश कर चुका है। हमे विज्ञान और प्रौद्योगिकी का प्रयोग कक्षा में सीखने की गुणवत्ता की सुधार के प्रयास में करना चाहिए। आधुनिक शिक्षण रणनीतियों, छात्र संवर्धन इकाई का प्रावधान, विभिन्न छात्र अधिगम शैलियों की पहचान और संस्कृति के शैक्षनिक समर्थन बनाने मे प्रयास में करना चाहिए। ।
भूमंडलीकरण और बढ़ती विविधता आदमी की जरूरतों में प्रतिस्पर्धी कौशल के मांग को उत्पन्न करता है। और यहाँ हमारे विद्यालय में, जहां इस तरह की जरूरतों को पूरा करने के लिए मंच प्रदान कराना हमारा उद्देश्य है।
हमारा ध्यान स्वायत्त शिक्षार्थियों को प्रशिक्षित करने के लिए है। हमारी पूरी गंभीरता से प्रयास है कि उनके पहचान और उनके 'सपने' और उनके कौशल का एहसास करने के लिए और उत्कृष्टता के लिए जुनून प्रज्वलित करने के लिए सक्षम करना है। छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के लिए, छात्रों को एक ऐसा वातावरण प्रदान करना जिसमें उनके गुण, कौशल, उनके कार्यो को प्रोत्साहन, उनमे रचनात्मकता विकसित करना है। वे बड़े बने और उनमे विश्लेषणात्मक और तार्किक सोच, उत्सुकता और जिज्ञासु और उनमे मानवीय संवेदनशीलता विकसित करना है।